पहाड़ के गांधी,उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के प्रणेता स्व०इंद्रमणि बड़ोनी जी की 20 वीं पुण्यतिथि पर दल के द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी ।पार्ट...
पहाड़ के गांधी,उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के प्रणेता स्व०इंद्रमणि बड़ोनी जी की 20 वीं पुण्यतिथि पर दल के द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी।पार्टी कार्यालय में स्व०बड़ोनी जी को याद करते उन्हें वक्ताओं ने कहा कि वो राज्य आंदोलन का नेतृत्व उन्होंने अहिंसक रूप से चलाया इसलिए उन्हें पहाड़ का गांधी कहा गया था।देवप्रयाग विधान सभा से तीन बार विधायक रहे अपनी अमिट छाप उत्तराखण्ड में ही नही बल्कि पूरे देश मे छोड़ी।एक रंगकर्मी के रूप में उन्होंने माधो सिंह भंडारी का नाट्य करके उनके गाथाओं को जनमानस के बीच पहुंचाया।पूरा जीवन सादगी के साथ जीया।यही नही उनको पूर्व उत्तर प्रदेश में संत कहा जाता रहा है।आज के ही दिन 18 अगस्त 1999 को हम सभी को छोड़कर अलविदा हो गए अंतिम समय मे उनके मुंह से उत्तराखंड शब्द निकला।उनके आदर्शों,सिद्धांतो को हमेशा याद रखा जाएगा।इससे पूर्व स्व० बड़ोनी जी को घंटाघर स्तिथ मूर्ति पर दल की और से माल्यार्पण करके श्रधांजलि दी गयी।
कार्यक्रम में सर्व श्री बी०डी०रतूड़ी,श्री हरीश पाठक,श्री लताफत हुसैन,श्री सुनील ध्यानी,श्री विजय बौड़ाई,श्रीमती रेखा मिंया,जय प्रकाश उपाध्याय,उत्तम रावत,अशोक नेगी,डी०के०पाल,विजेंद्र रावत कैलाश भट्ट,राजेन्द्र बिष्ट,अनिल डोभाल, मनोज ममगाईं,राजेश्वरी,सौरभ आहूजा,विनीत सकलानी,नरेश जोशी,संजय नौटियाल आदि थे।