जिले में हिमाचल से लगे मोरी ब्लॉक के गांवों में बदल फटने की घटना के बाद आयी बाढ़ भूस्खलन से 17 लोगों की मौत हो गई जबकि पन्द्रह लोग लापता ...
जिले में हिमाचल से लगे मोरी ब्लॉक के गांवों में बदल फटने की घटना के बाद आयी बाढ़ भूस्खलन से 17 लोगों की मौत हो गई जबकि पन्द्रह लोग लापता हो गए। क्षेत्र में मोटर पुलों और सड़कों के बह जाने से रेस्क्यू टीमें मौके देर रात तक मौके पर नहीं पहुंच पायीं। उत्तरकाशी में हिमाचल से सटे इलाकों में बादल फटने की घटना से रविवार तड़के पब्बर और टोंस नदी में आयी भीषण बाढ़ की चपेट में आकर आराकोट, मैजणी और माकुड़ी गांवों में नौ लोगों की मौत हो गई। जबकि एक शव हिमाचल से बहकर आया। क्षेत्र के अलग अलग गांवों में पन्द्रह लोग लापता हैं। टिकोची गांव में इंटर कॉलेज, अस्पताल, पटवारी चौकी ध्वस्त हो गई। क्षेत्र में बादल फटा है या नहीं, इस पर राज्य मौसम केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि वहां हमारे पास बारिश को मापने का इंतजाम नहीं है। लेकिन तीन घंटे तक वहां भारी से भारी बारिश हुई है। टौंस नदी में बाढ़ की वजह से रविवार सुबह त्यूनी बाजार में पानी भर गया। लोगों को जान बचाने के लिए घर छोड़कर भागना पड़ा। नदी का जल स्तर बढ़ने पर प्रशासन ने निचले इलाके को खाली करा दिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने बारिश व आपदा से प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी से पल-पल की रिपोर्ट ली जा रही है। बेघर परिवारों के भोजन और चिकित्सीय सुविधा की व्यवस्था की हिदायत दी है।