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एक लाख की लूट करने वालो को पुलिस ने किया गिरफ्तार

    चौकी लक्खीबाग पर वादी अनुज भाटिया पुत्र स्व0 श्री सुनील भाटिया  निवासी 09 नेशनल रोड,  लक्ष्मण चौक देहरादून द्वारा सूचना दी गयी, कि उनका ...

 


  चौकी लक्खीबाग पर वादी अनुज भाटिया पुत्र स्व0 श्री सुनील भाटिया  निवासी 09 नेशनल रोड,  लक्ष्मण चौक देहरादून द्वारा सूचना दी गयी, कि उनका कर्मचारी  जगदीश प्रसाद उनकी दुकान से  एक लाख रुपये की नगदी लेकर आढत बाजार  स्थित एच0डी0एफ0सी0 बैंक की शाखा में  जमा करने जा रहा था,  इसी दौरान पंजाब नेशनल बैंक के सामने अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके कर्मचारी को साईकिल से टक्कर मारी गयी तथा टक्कर के दौरान  भ्रम की स्थिति उत्पन्न कर उसकी जेब में रखे  एक लाख रुपये निकाल लिये । पीडित कर्मचारी नें बताया कि उसके साथ घटना करने वाला व्यक्ति 18-19 वर्ष का युवक है, जिसका चेहरा पतला है। वादी की सूचना पर चौकी प्रभारी लक्खीबाग द्वारा अविलम्ब उच्चाधिकारीगणों तथा  सिटी कन्ट्रोल रुम को सूचना के विषय में अवगत कराया गया व सुसंगत धाराओं में तत्त्काल अभियोग पंजीकृत किया गया । घटना की  गम्भीरता  व सवेदनशीलता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून  के निर्देशानुसार पुलिस अधीक्षक नगर के पर्यवेक्षण में व क्षेत्राधिकारी नगर के निर्देशन में घटना के अनावरण हेतु अलग  अलग टीमें गठित की गई।  गठित टीमों  द्वारा अविलम्ब घटनास्थल व उसके  आस- पास के सी0सी0टी0वी0 का विश्लेषण , पूर्व में इस प्रकार की घटनाओं में प्रकाश में आये अभियुक्तों के विषय में जानकारी तथा होटल धर्मशालाओं आदि में रुके सन्दिग्ध व्यक्तियों  का सत्यापन की कार्यवाही की गयी।  इसके अतिरिक्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा निर्देशित किया गया कि इस प्रकार की घटनाओं में पूर्व में प्रकाश में आयें अभियुक्तगणों के डोजियर मगवाकर उनके फोटोग्राफ का पीड़ित व्यक्ति से शिनाख्त करायी जाये। पीड़ित व्यक्ति को इस प्रकार की घटना में संलिप्त  पुराने अपराधीयों के  फोटोग्राफ दिखाने पर उसके द्वारा 01 युवक पर संदेह व्यक्त किया गया कि यह वह युवक हो सकता है जिसने मुझे साईकिल से टक्कर मारी है। घटना स्थल के  आस- पास स्थित सी0सी0टी0वी0 कैमरों का गहनता से अवलोकन/विश्लेषण करने पर एक सन्दिग्ध साईकिल सवार प्रकाश में आया तथा साथ ही एक बुर्जुग व्यक्ति व उसके साथ एक  अन्य  व्यक्ति भी घटना के समय  पंजाब नेशनल बैंक के आस - पास  सन्दिग्ध स्थिति में घुमते हुये  दिखायी  दिये । उक्त साईकिल सवार की शारिरिक बनावट भी पीड़ित द्वारा डोजियर में पहचाने गए युवक से मिल रही थी। प्रकाश में आये सन्दिग्ध व्यक्तियों की तलाश तथा सत्यापन हेतु अलग -अलग टीम बनाकर समीपवर्ती थानों  तथा सरहदी जनपदों में भेजा गया । इसके अतिरिक्त मुखबिर तन्त्र को भी सक्रिय किया गया। इसी दौरान प्रकाश में आया कि एक वर्ष पूर्व भी इसी प्रकार की घटना मुरादाबाद के रहने वाले अभियुक्तगणों द्वारा की गयी थी। इस पर तत्त्काल एक टीम मुरादाबाद के लिये रवाना की गयी।  उक्त टीम द्वारा अपने स्थानीय सूत्रों की सहायता से घटना के समय प्राप्त सी0सी0टी0वी0 फुटेज को मुरादाबाद में स्थानीय व्यक्तियों तथा मुखबिरों को दिखाया तो उनके द्वारा सी0सी0टी0वी0 फुटेज में दिख रहे व्यक्तियो की पहचान 1- हारुन पुत्र फारुख निवासी खालसा मौहल्ला जियारत के पास थाना सिविल लाईन मुरादाबाद उत्तर प्रदेश 2-मौहम्मद गनी पुत्र अब्बास अलि निवासी कपूर कम्पनी रेलवे कालोनी  थाना सिविल लाईन मुरादाबाद व 3- मोहन लाल पुत्र नत्थूलाल नि0 काशीराम कालोनी थाना मझोला जिला मुरादाबाद के रुप में की गयी । सूचना प्राप्त होते ही प्रकाश में आये अभियुक्तगण की तलाशी व गिरफ्तारी हेतु दिनांक 29-10-2019 को चौकी प्रभारी लक्खीबाग उ0नि0 दीपक धारीवाल के नेतृत्व में पुलिस टीम रवाना की गयी,  जिनके द्वारा पूर्व में मुरादाबाद में सुराग रसी  में मामूर पुलिस टीम को साथ लेकर संयुक्त अभियान प्रारम्भ किया गया । इसी दौरान जानकारी प्राप्त हुयी कि उक्त अभियुक्तगण पुनः इस प्रकार कि घटना को अंजाम देने हेतु अभियुक्त मोहन लाल के घर काशीराम कालोनी के बाहर इकट्ठे हो रहे हैं।  सूचना पर  पुलिस टीम तत्काल काशीराम कालोनी पंहुची तो कालोनी के गेट के बाहर ही एक बुजुर्ग तथा दो अन्य व्यक्ति खडे दिखाई दिये,  जिनके द्वारा पुलिस को देखकर भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस टीम ने पीछा कर तीनो व्यक्तियों को मौके से  पकड लिया।  पकडे गये व्यक्तियों नें अपना नाम क्रमशः 1- हारुन पुत्र फारुख निवासी खालसा मौहल्ला जियारत के पास थाना सिविल लाईन मुरादाबाद उत्तर प्रदेश 2- मौहम्मद गनी पुत्र अब्बास अलि निवासी कपूर कम्पनी रेलवे कालोनी,  थाना सिविल लाईन, मुरादाबाद 3- मोहन लाल पुत्र नत्थूलाल नि0 काशीराम कालोनी, थाना मझोला, जिला मुरादाबाद बताया। पकडे गये अभियुक्तों को मौके से गिरफ्तार कर देहरादून लाया गया,  जिन्हे आज माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।


 *पूछताछ का विवरण-*   पूछताछ में अभियुक्त गणो द्वारा बताया गया कि घटना वाले दिन हम तीनो लोग लगभग 05 बजे सुबह मुरादाबाद से टप्पेबाजी की नियत से देहरादून के लिये निकले थे । मुरादाबाद से ही हम अपने साथ साईकिल लेकर आये थे ।देहरादून पंहुच कर हमने रेलवे स्टेशन के पास स्थित देशी शराब ठेके से शराब खरीदी।शराब पीने के बाद हम  अपने शिकार की तलाश मे सहारनपुर चौक की तरफ बढे, जब हम पुलिस चौकी से कुछ आगे पंहुचे तो हमे एक 60 - 62 साल का व्यक्ति पैदल जाता दिखाई दिया जिसकी जेब भरी हुई दिख रही थी । हम तीनो ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया ।कुछ आगे जाने पर वह व्यक्ति बैक के अन्दर जान लगा तो हमने मौ0 गनी को साईकिल के साथ बाहर छोड दिया तथा हारून व मोहन लाल उस व्यक्ति के पीछे बैक मे चले गये ।इस बीच हमने गनी को इशारा कर दिया था कि इसी व्यक्ति  के साथ घटना करनी है ।बैक मे हमने इस बात की रैकी कर ली थी कि उक्त  व्यक्ति की जेब मे काफी पैसा है । उस वयक्ति के बैंक से बाहर निकलते ही हमने उसका पीछा करते हुए अपने साथी गनी को इशारा कर दिया। जैसे ही वह व्यक्ति रोड पर पहुचा गनी ने अचानक उसे साईकिल से टक्कर मार दी। इससे पहले की वह सभलता हमने उसके जेब में रखे पैसे चोरी कर लिये। गनी टक्कर मारने के बाद साईकिल लेकर भाग गया तथा हम दोनो भी वहा से मौका देखकर निकल गये। यहॉ से निकल कर हम तीनों नजीबाबाद में मिले, उक्त घटना में हमें जो पैसे प्राप्त हुये थे उन्हे हमनें आपस में बांट लिया था। अभियुक्त हारून तथा गनी ने बताया कि उन्होने अपने हिस्से में आये रुपयों में से अपने नशे के शौक को पूरा करने के लिये  कुछ रुपयों की स्मैक खरीद ली तथा बाकी बचे हुए रुपयों में से अधिकाश रुपये वह  जुए  में हार गये। घटना में प्रयोग की गयी साईकिल गनी ने रिस्पना पुल के आस-पास कही छोड़ दी थी। पकड़े गये अभियुक्तों में से हारून ने बताया कि वह पूर्व में अलग-अलग थानों से चोरी, टप्पेबाजी, आयुद्ध अधिनियम, व गिरोहबंध अधिनियम में जेल जा चुका है। अन्य दो अभियुक्त भी कई बार इस प्रकार के अपराध कर चुके है। जिनके आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। 


  पकड़े गये अभियुक्त गिरोह के रूप में कार्य करते है। गिरोह में इनके द्वारा एक 80 वर्ष का व्यक्ति शामिल किया गया है जिससे किसी को  इन पर संदेह न हो। इनका गिरोह बैको , ए0टी0एम0 व भीड-भाड़ वाले स्थानो के आस-पास घुमकर इस प्रकार के व्यक्तियों को चिन्हित करते है जिनके पास अधिक मात्रा में नकदी व जेवरात इत्यादि हो । गिरोह के सदस्य उक्त व्यक्ति को धक्का मारकर गिरा देते है तथा मौके पर भ्रम की स्थिति पैदा कर उसकी  सहायता करने के नाम पर उसके पास मौजूद पैसो/सामान पर हाथ साफ कर देते है। गिरोह में शामिल व्यक्तियों में से हारून तथा गनी स्मैक के नशे के आदि है। जिसकी पूर्ति के लिए ये लगातार इस प्रकार के अपराध कारित करते है।