क्लेमनटाउन, सुभाष नगर में आज पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर आयोजित किसान दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तराखंड विधानसभा अध्य...
क्लेमनटाउन, सुभाष नगर में आज पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर आयोजित किसान दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने किया।इस दौरान एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया साथ ही कई प्रतिभावान छात्रों को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने किसान दिवस पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को सत् सत् नमन करते हुए कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले किसानों को आज का दिन समर्पित है। किसानों के प्रति उनका प्रेम इसलिए भी था क्योंकि चौधरी चरण सिंह खुद एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे और वह उनकी समस्याओं को अच्छी तरह से समझते थे। राजनेता होने के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री एक अच्छे लेखक भी थे।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि किसानों को उपज का उचित दाम मिल सके इसके लिए भी वह गंभीर थे। उनका कहना था कि भारत का संपूर्ण विकास तभी होगा जब किसान, मज़दूर, ग़रीब सभी खुशहाल होंगे।श्री श्री अग्रवाल ने कहा कि उनके द्वारा तैयार किया गया जमींदारी उन्मूलन विधेयक राज्य के कल्याणकारी सिद्धांत पर आधारित था। किसानों के हित में उन्होंने 1954 में उत्तर प्रदेश भूमि संरक्षण कानून को पारित कराया। वित्त मंत्री और उपप्रधानमंत्री के रूप में राष्ट्रीय कृषि व ग्रामीण विकास बैंक [नाबार्ड] की स्थापना की। किसानों के लिए उनके समर्पण की वजह से 23 दिसंबर यानी उनके जन्मदिन को वर्ष 2001 में केंद्र की स्व०अटल बिहारी वाजपेई जी की सरकार द्वारा किसान दिवस की घोषणा की गई, जिसके लिए चौधरी चरण सिंह जयंती से अच्छा मौका नहीं था।
इस अवसर पर धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने कहा कि हमारा प्रदेश भी मुख्य रूप से गांवों की भूमि है तथा गांवों में रहने वाली अधिकांश आबादी किसानों की है। तथा कृषि उनकी आय का मुख्य साधन है। प्रदेश में कृषि की तस्वीर बदलकर किसानों की खुशहाली का हमारा संकल्प है।
इस अवसर पर धर्मपुर विधायक विनोद चमोली, नगर निगम देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा, किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत, राज्य मंत्री अजीत चौधरी, रामपाल सिंह, रतन सिंह चौहान, सत्येंद्र मलिक चौधरी, जगबीर सिंह, अनुज तोमर, दीपक राणा, पार्षद राजेश परमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन युद्धवीर तोमर ने किया।