1971 में हुए भारत पाकिस्तान के साथ युद्ध में शहीद हुए देश के अमर सपूतों की स्मृति में 16 दिसंबर को हर वर्ष विजय दिवस के रूप में मनाया जाता ह...
1971 में हुए भारत पाकिस्तान के साथ युद्ध में शहीद हुए देश के अमर सपूतों की स्मृति में 16 दिसंबर को हर वर्ष विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है इसी कड़ी में आज उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के गांधी पार्क में विजय दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें शहीद स्मारक पर शहीद सैनिकों और उनकी शहादत को नमन किया गया। विजय दिवस के मौके पर वीर नारियों और पूर्व सैन्य अधिकारी ,सैनिको को सैनिक कल्याण निदेशालय की ओर से आमंत्रित किया गया था इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शिरकत की और शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की ,हालांकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के शहीदों की वीर नारियों और उनके परिजनों को सम्मानित भी किया। आपको बता दें 1971 की लड़ाई में उत्तराखंड से 248 सैनिक शहीद हुए थे जिस दौरान 78 वीर सैनिक घायल हुए थे और 57 सैनिकों को वीरता पदक से नवाजा गया था हालांकि 17 शहीद सैनिकों को मरणोपरांत वीरता पदक दिया गया ।मीडिया से मुखातिब होते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा उत्तराखंड वीरों की भूमि है जहां लगभग हर परिवार का एक सपूत सीमा पर देश की रक्षा कर रहा है ।सरकार अनेक योजनाएं वीर सैनिकों ,दिवंगत सैनिकों के परिवारों के कल्याण के लिए चला रही है। उन्होंने 1971 के शहीदों के परिवारों को स्मृति चिन्ह व फूल देकर सम्मानित किया और साथ ही साथ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा जब जब देश की आन, बान और शान की रक्षा का सवाल होता है तो उत्तराखंड का वीर सैनिक सबसे पहले पायदान पर खड़ा होता है।