पांच राज्यो में बीजेपी की हार ने विपक्ष के अंदर जान फूंक दी है । लगातर कांग्रेस अब बड़ी रैलियों ओर सड़को पर उतर कर सरकार को घेर रही है । ऐसे म...
पांच राज्यो में बीजेपी की हार ने विपक्ष के अंदर जान फूंक दी है । लगातर कांग्रेस अब बड़ी रैलियों ओर सड़को पर उतर कर सरकार को घेर रही है । ऐसे में गुजरात चुनाव में प्रभारी बनाये गए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अब सरकार को हर तरह से घेरने का प्रयास करने लगे है । एक वाक्य 7 दिसंबर का है जंहा उन्होंने राजस्थान हाईकोर्ट के नव निर्माण भवन के उद्घाटन मंच पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद , प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबड़े , सुप्रीम कोर्ट के पांचों जज और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखवत के साथ उन्होंने स्वागत मंच पर भाषण देते हुए चुनावी बॉन्ड के काले धन पर बोलते हुए कहा " कि चुनावी बॉन्ड एक बड़ा घोटाला है ,और राजनीतिक पार्टियां को बॉन्ड के रूप में मिलने वाले काले धन पर सुप्रीम कोर्ट को स्वतः संज्ञान लेना चाइए। फ़िलहाल उन्होंने ये भी स्पष्ठ करते हुए कहा वह किसी ख़ास पार्टी की बात नही कर रहे है । लेकिन उस वक़्त जो उन्होंने तीर मारा वह सटीक जगह जाकर लगा , जिसके बाद मंच पर जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की बारी आई और उन्होंने अशोक गहलोत को नसीहत के तौर पर बोलते हुए कहा कि ऐसे मौकों पर राजीतिक भाषण देना उचित नही है , जबाबी बोल में शेखावत ने गहलोत से सावल करते हुए कहा कि मै पूछ सकता हूँ कि अशोक गहलोत जी ने 45 साल के करियर में जो चुनाव लड़े और हाल ही में जोधपुर लोकसभा चुनाव में अपने बेटे बैभव का चुनावी ख़र्चा पर सवाल खड़ा कर दिया । आपको बता दूं जोधपुर लोकसभा सीट से गजेंद्र सिंह शेखावत ने वैभव गहलोत को चुनावी शिकस्त दी थी । फिलहाल अशोक गहलोत ने यह मुद्दा उठाकर बीजेपी को बचाव की मुद्रा में ला दिया ।