दिल्ली स्थित राजपथ पर थोड़ी देर में गणतंत्र दिवस समारोह का आगाज होगा। पूरा विश्व यहां भारत की सैन्य ताकत और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की...
दिल्ली स्थित राजपथ पर थोड़ी देर में गणतंत्र दिवस समारोह का आगाज होगा। पूरा विश्व यहां भारत की सैन्य ताकत और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक देखेगा। 71वें गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ब्राजील के राष्ट्रपति जेएम बोलसोनारो हैं। राष्ट्रपति कोविंद के ध्वजारोहण करने के बाद सुबह 10 बजे से परेड का आगाज होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार अमर जवान ज्योति की जगह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अलावा सीडीएस बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के अध्यक्ष भी उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गणतंत्र दिवस पर देशवासियों को बधाई देते हुए ट्वीट किया कि सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बहुत-बहुत बधाई। जय हिंद! पीएम नरेंद्र मोदी के नेशनल वॉर मेमोरियल जाने के साथ ही गणतंत्र दिवस परेड समारोह का आगाज होगा। यह पहला मौका होगा जब प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति की जगह वार मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद पीएम व अन्य गणमान्य अतिथि सलामी मंच की ओर जाएंगे, जहां वे परेड के साक्षी बनेंगे। परंपरा के अनुसार, ध्वजारोहण करने के बाद राष्ट्रगान के साथ 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सलामी लेने के बाद परेड का समापन होगा। परेड में पहली सैन्य टुकड़ी ग्वालियर लांसर्स की 61 कैवलरी होगी। 61 कैवेलरी दुनिया की एकमात्र सक्रिय घुड़सवार रेजीमेंट है। इसके बाद सेना की छह दस्ते मार्च करेंगे, इसके बाद सेना के एविएशन विंग के एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर रूद्र और ध्रुव फ्लाई पास्ट करेंगे। सेना का स्वदेशी टी-90 भीष्म टैंक, बख्तरबंद वाहन बॉलवे मशीन पिकेट, के-9 वज्र और धनुष, आकाश सिस्टम भी मुख्य आकर्षण होगा। इसके अलावा सेना की पैराशूट रेजीमेंट, ग्रेनेडियर्स रेजीमेंट, द सिख लाइट इंफेन्टरी रेजीमेंट, कुमाऊं रेजीमेंट और कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स की टुकड़ियां भी मार्च करेंगी।