गणतंत्र दिवस के पावन पर्व के अवसर पर रिवरफ्रंट पार्क ज्ञानसू में बाल विकास विभाग, आजीविका व एन.आर.एल.एम के सहयोग से पोषण मेला का आयोजन किया ...
गणतंत्र दिवस के पावन पर्व के अवसर पर रिवरफ्रंट पार्क ज्ञानसू में बाल विकास विभाग, आजीविका व एन.आर.एल.एम के सहयोग से पोषण मेला का आयोजन किया गया । जिसमें परंपरागत कृषि उत्पादों का विविधीकरण के माध्यम से विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाएं गए।
जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने कहा कि परंपरागत कृषि उत्पादों का विविधकरण कर गहथ का हलवा, टिक्की, मंडुआ- गहथ की कचोरी, झंगोरे का हलवा, रेड राइस का उत्पम, मंडवा का डोसा,समोसा,असका,बड़ी चार्ट खटाई आदि पकवान बनाएं गए हैं। उन्होंने कहा कि पौष्टिक पारंपरिक कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने व किसानों को उचित दाम दिलाने हेतु बाजार मुहैया कराना है। ताकि किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी यात्रा सीजन में यह व्यंजन किसानों के रोजगार के साधन के रूप में अवसर पैदा करेगा। निश्चित ही राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर जनपद के पारंपरिक कृषि उत्पाद को बढ़ावा मिलेगा। पोषण मेले में छोटे-छोटे बच्चों सहित तमाम लोगों ने पारंपारिक उत्पाद से बने व्यंजनों का लुत्फ उठाया।
जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने कहा कि परंपरागत कृषि उत्पादों का विविधकरण कर गहथ का हलवा, टिक्की, मंडुआ- गहथ की कचोरी, झंगोरे का हलवा, रेड राइस का उत्पम, मंडवा का डोसा,समोसा,असका,बड़ी चार्ट खटाई आदि पकवान बनाएं गए हैं। उन्होंने कहा कि पौष्टिक पारंपरिक कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने व किसानों को उचित दाम दिलाने हेतु बाजार मुहैया कराना है। ताकि किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी यात्रा सीजन में यह व्यंजन किसानों के रोजगार के साधन के रूप में अवसर पैदा करेगा। निश्चित ही राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर जनपद के पारंपरिक कृषि उत्पाद को बढ़ावा मिलेगा। पोषण मेले में छोटे-छोटे बच्चों सहित तमाम लोगों ने पारंपारिक उत्पाद से बने व्यंजनों का लुत्फ उठाया।