कांग्रेसी कपिल सिब्बलका बयान राज्यकेपास कोई सबैधांनिक अधिकार नहीं है नागरिक संशो धन कानूनको रोकने केलिए!!कांग्रेसका यूंटर्नCAA पर!क्या आप जा...
कांग्रेसी कपिल सिब्बलका बयान राज्यकेपास कोई सबैधांनिक अधिकार नहीं है नागरिक संशो धन कानूनको रोकने केलिए!!कांग्रेसका यूंटर्नCAA पर!क्या आप जानते है,CAAऔरNRCलागू करनेसे मना करनेपर,धारा 356लगाकर राज्य सरकारोंको बर्खास्त कर सकती है केंद्र सरकार !'द ग्रेट खली',CAAके पक्क्षमें बोले,भा रतमें आतंकवादियोंको घुसने नहीं देंगे'!!!बोलो अब कि सको चाहिए आजादी?पिछले एक हप्तेसे शाहीनबागी ठेकेदार टीवीपर गला फाड़-फाड़कर सर कारी डेलिगेशनसे बात करानेकी माँ ग कर रहे हैं।इन कुक्कुरोंने सोंचा थाकि दिल्ली चुनावमें विक्टिम कार्ड खेलें गे।जामियाँमें पुलिस घुसनेके नामपर और जेएनयूमें पुलिसन घुसनेके ना मपर ऐसी कोशिश ये करभी चुके हैं।और इस प्रयोगको व्यापक रूप देनेके लिए शाहीनबागका ड्रामा रचा?पर इसवार दांव उल्टा पड़ गया और अब भा गनेके बहाने ढूँढ़ रहे पर,मोटाभाई अब बिना बेज्जती किये भागने नहीं देंगे ।लाठी26जनवरीकेबाद चटकेगी!धरनेपे धरेxxका चौबारा बनते,हमभी देखें गे ,हरामियों!!लाज़िम है कि,हमभी देखेंगे!................... अभीCAAके दर्दसे निकलती सिसकियाँ थमीभी नहीं थींकि जनसं ख्या नियंत्रणकी आग सुल गा दी भागवतजीने लगता है,अबकी5साल ये माकड़े,गाँधीके बन्दर गुलाटी मार-2के मरेंगे.अबकी मौका नहीं मिले गा उड़ानेका कागजके राफेल, क्यों कि अबतो बस चलेगा मोटाभाईका प्रिय खेल-झींगालाला!!झेलो बेटा..... ............ परभणी जिलेका पाथरी, शिरडीसे करीब275किलोमीटर दूर स्थित है।सीएम उद्धव ठाकरेने इसे साईंकी जन्मभूमि बताया और इसके विकास केलिए100करोड़ रुपये का ऐलान कर दिया।विवादका कारण यह हैकि सा ईंबाबाके जन्मके बारेमें ठीकसे जानकारी कि सीको नहीं है।ज्यादातर लोगों का मानना हैकि वे शिरडी आकर बस गए।सीएमके ऐलानकेबाद शिरडी गां वके निवासी नाराज हो गए हैं।शिरडी साईं ट्रस्टके कार्यकर्ताओंका कहना है कि उन्हें पाथरीके विकाससे आपत्ति नहीं है लेकिन उसे साईंकी जन्मभूमि कहना ठीक नहीं है।दुर्रानी अ ब्दुल्लाह खानने गुरुवारको दावा कियाकि इस के पर्याप्त सबूत हैंकि साईबाबाका जन्म पाथरी में हुआ था!उन्होंने कहा,शि रडी साईंबाबाकी कर्मभूमि है जबकि पथरी उनकी जन्मभूमि है और दोनों स्थानोंका अपना महत्व है।उन्होंने कहाकि देश और दुनियाके पर्यटक पाथरी जाते हैं लेकि न वहां ढांचागत सुविधाओंका अभाव है।यहाँ शिरडीके लोगोंका इतना नाराज हो जानेका एकका रण औरभी बताया जा रहा हैकि श्रद्धालुओंकी भीड़के वहां दर्शनकेलिए चले जानेका डर है।शिर डीके निवासियोंको डर हैकि यदि पाथ री प्रसिद्ध हो गयातो,श्रद्धालुओंकी भीड़ वहां चली जाएगी।………………. कल एक मूर्ख कह रहा था भारतके सेनाके फलाने प्रतिशत अधिकारियों की डिग्री जेएनयूकी है यानी ये जेएनयूसे पढ़े हैं?जब मैंने उन्हें बतायाकि12वीं पास करनेकेबाद जो छात्र एनडीएमें सेलेक्ट होता है वह पुणेके खड़कवासला में सेनाअधिकारीकी ट्रेनिंग लेता है उसे सेनामें सेकंड लेफ्टिनेंटके पदपर क मीशन मिलती है!वह सेनामें कमीशन्ड अधिकारी बनता है साथही साथ उसे जेएनयूसे ग्रेजुएशनकी डिग्रीभी दी जाती है इसीलिए सेनाके तमाम अधिकारि यों केपास जेएनयूकी डिग्री होती है लेकिन उन्होंने कभी जेएनयू का कैंपस नहीं देखा होता है!!