- बर्फबारी में यमुनोत्री हाईवे राड़ी टॉप पर अवरुद्ध होने के कारण बड़कोट आईटीआई से पैदल ही अपने घरों के लिए निकले 7 छात्र पोल गांव और राड़ी क...
- बर्फबारी में यमुनोत्री हाईवे राड़ी टॉप पर अवरुद्ध होने के कारण बड़कोट आईटीआई से पैदल ही अपने घरों के लिए निकले 7 छात्र पोल गांव और राड़ी के बीच जंगल में भटक गए थे। सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन विभाग ने गत रात्रि राड़ी टॉप के जंगलों में खोजबीन कर बड़कोट स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है। जंलग भटकने साथ छात्रों में से एक छात्र अनुज सेमवाल की ठंड के कारण मौत हो गई है।
वीओ01 बड़कोट आईटीआई के छात्र चिन्यालीसौड़ निवासी दीपक ने बताया कि आजकल बर्फबारी के चलते वह अपने घरों को लौट रहे थे। उनके साथ प्रहलाद, सूरज, शुभम, विशाल, राजन और अनुज सेमवाल भी बड़कोट से अपने घरों के लिए निकले थे। उत्तरकाशी की ओर पहुंचने के लिए यमुनोत्री हाईवे राड़ी टॉप में बर्फ से अवरुद्ध होने के कारण उन्हें बड़कोट से कोई वाहन नहीं मिला। तब उन्होंने गत शुक्रवार दोपहर 12:00 बजे पैदल ही उत्तरकाशी की ओर चलना शुरू कर दिया। जंगल के रास्ते में भी भारी बर्फ बिछी होने के कारण वह रास्ता भटक गए। अधिक अंधेरा होने के कारण वह पोल गांव और राड़ी टॉप के बीच मुराल्टा के जंगल में कहीं फंसे हुए हैं। आस-पास कोई गांव या आबादी नहीं होने के कारण उन्हें आश्रय नहीं मिल पा रहा है। कड़ाके की ठंड के कारण उनके साथी अनुज सेमवाल की तबीयत बहुत बिगड़ गई है।
जबकि विशाल और राजन उनसे आगे निकल गए हैं। जिनके बारे में उन्हें कुछ पता नहीं है। उन्होंने बताया कि जंगल में भटकने पर उन्होंने विभिन्न माध्यमों से प्रशासन तक अपने फंसे होने की सूचना पहुँचाई। जनावर पर आपदा प्रबंधन और बड़कोट पुलिस टीम ने गाड़ी टॉप के जंगलों में काफी खोजबीन कर सातों छात्रों को ढूंढ निकाला।
रेस्क्यू टीम ने सातों छात्रों को किसी तरह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़कोट में भर्ती कराया। जहां धोत्री निवासी आईटीआई के छात्र अनुज सेमवाल की उपचार के दौरान मौत हो गई डॉक्टरों ने छात्र की मौत का कारण अधिक ठंड लगना बताया है।