श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर पंचायती माजरा का वार्षिक स्थापना दिवस प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया स...
श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर पंचायती माजरा का वार्षिक स्थापना दिवस प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया सर्वप्रथम सुबह 6:30 बजे श्री जी का अभिषेक शांति धारा एवं नित्य नियम पूजन किया गया उसके पश्चात जैन समाज के कार्यकारी अध्यक्ष श्री विनोद जैन के द्वारा झंडारोहण एवं श्री आशीष जैन आशीष कंस्ट्रक्शन वालो ने दीप प्रजवलन कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया । सभी पात्रों का बोलियों द्वारा चयन किया गया जिसमें निम्न प्रकार पात्र चुने गए श्री जी के खवासी ,सारथी,कुबेर ,सौधर्म इन्द्र ईशान इंद्र
सभी कार्यक्रम परम पूज्यक्षुल्लक रत्न 105 श्री समर्पण सागर जी महाराज के सानिध्य में संपन्न किए इस अवसर पर अपने प्रवचन में श्री समर्पण सागर ने कहा कि जैन धर्म अहिंसा का वाहक रहा है जिसमें प्राणी मात्र के प्रति दया भाव रखा जाता है आज विदेशो में भी शाकाहार के प्रति जागृति अा रही है चीन इसका ज्वलंत उदाहरण है जहां करोना वायरस के कारण शाकाहार अपनाना पड़ा है ।जैन धर्म विज्ञान की कसौटी पर खरा उतरता है जैन धर्म के जितने भी सिद्धांत है आज भी सब पूरी तरह प्रमाणिक है,जैन धर्मावलंबियों को अनेक प्रकार की बीमारियों से स्वयं ही बचाव हो जाता है यदि सब समाज भी जैन धर्म के नियम पालन करे तो स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों सुधार जाएंगे,अमदाबाद को विश्व जैन नगरी लिखने पर उन्होंने हर्ष व्यक्त किया और कहा कि विश्व के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति को जैन सिटी दिखाने से जैन समाज की प्रतिष्ठा बढ़ी है ये जैन धर्म की महत्ता को दर्शाता है,उन्होंने रथयात्रा के महत्त्व को समझाते हुए कहा कि श्री जी की प्रतिमा को नगर भ्रमण कराने से पूरे नगर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती हैं जिससे सर्व समाज का भला होता है,और ऐसे आयोजन से सामाजिकता बढ़ती है अनेक लोगों को रोजगार भी मिलता है,जो भी ऐसे आयोजन में सहयोग करता है दान देता है उसका पुण्य प्रबल होता है।
श्री समर्पण सागर महाराज जी भी पूरी यात्रा साथ साथ रहे
यात्रा मंदिर जी से आरम्भ होकर शक्ति विहार पारस टावर चमन विहार सब्जी मंडी अशोक पार्क से होते हुए पुलिस चौकी पटेल नगर से वापिस मंदिर जी में आकर पूर्ण हुई,इसके बाद श्री जी का अभिषेक किया गया और उन्हें मंदिर जी में पूरे विधान के साथ विराजमान कराया गया।
रथ यात्रा में जैन समाज का ध्वज ढोल के साथ सबसे आगे था उसके बाद बैंड अपने मधुर भजनों की ध्वनि से वातावरण को भक्ति मय बना रहे थे जैन धर्म की महिमा और त्याग तप की झांकी थी नासिक की ढोल पार्टी अलग ही अंदाज से श्रद्धालुओं को झूमने को मजबुर कर रही थी
की महिलाओं द्वारा श्री जी के रथ के आगे भजन और नीरत किया जा रहा था संगीतकार दीपक जैन मुजफ्फरनगर के द्वारा पूरे रास्ते भर बहुत भक्ति में सराबोर भजनों का प्रस्तुतीकरण बहुत ही आनन्दायक था इस अवसर पर श्री विनोद जैन प्रमोद जैन अमित जैन आदीश जैन अजय जैन डाक्टर रोहित जैन मयंक जैन प्रतीक जैन हर्ष जैन अनिल कुमार जैन संजय जैन प्रवीण जैन सुनील जैन विपिन जैन शांति प्रकाश जैन संदीप जैन प्रदीप जैन प्रवीण जैन कांग्रेसी नेता राजीव जैन जिनेश्वर प्रसाद जैन अनिल जैन दिनेश जैन पारस जैन सचिन जैन गौतम जैन राहुल जैन महिलाओं में श्रीमती शैलबाला जैन प्रीति जैन रजनी जैन रीना जैन निशा जैन मीता जैन अंजलि जैन अर्चना जैन शेफाली जैन कौशल जैन पूर्णिमा जैन सारिका जैन मधु आदि श्री जी के रथ के आगे निरत करते हुए चल रहे थे ।रथयात्रा के समापन के बाद श्री अमित जैन पूनम जैन प्राप्ति मेडिकोज के सौजन्य से सभी के लिए वात्सल्य भोज का आयोजन किया गया।