विश्व कैंसर दिवस पर कैंसर के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए मैक्स अस्पताल, देहरादून ने आज शहर में कैंसर अवेयरनेस वॉकेथॉन नाम से पैदल सैर क...
विश्व कैंसर दिवस पर कैंसर के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए मैक्स अस्पताल, देहरादून ने आज शहर में कैंसर अवेयरनेस वॉकेथॉन नाम से पैदल सैर की मेजबानी की। गांधी पार्क से शुरू हुई दो किलोमीटर की पैदल यात्रा में विभिन्न आयु वर्गों के 400 से अधिक लोगों ने भाग लिया। इनमें शामिल वरिष्ठ नागरिकों, परिवारों, कैंसर सरवाइवरों, कॉलेज और स्कूली छात्रों ने स्वस्थ जीवनशैली की ओर कदम बढ़ाते हुए विश्व कैंसर दिवस पर कैंसर के बारे में जागरूकता पैदा की।
कैंसर अवेयरनेस वॉकेथॉन को मुख्य अतिथि श्री सुनील उनियाल, महापौर, देहरादून के साथ-साथ अतिथि एसपी ट्रैफिक पुलिस ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उपस्थित अन्य सदस्य थे- डॉ. एकेसिंह, अध्यक्ष एमआईएनडी और मेडिकल एडवाइजर, डॉ. विमल पंडिता, सीनियर कंसल्टेंट, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, डॉ. अशोक कुमार सिंह, एसोसिएट कंसल्टेंट, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी और डॉ. संदीप सिंह तंवर - वाइस प्रेसिडेंट और यूनिट हेड, मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, देहरादून।
इस अवसर पर मेडिकल ऑन्कोलॉजी में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. विमल पंडिता ने कहा, “कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम, पहचान और उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। कैंसर दुनिया का दूसरा प्रमुख हत्यारा रोग बन गया है। दुनिया में हर मिनट 17 लोग कैंसर से मरते हैं। इन मौतों में से कई की मौत को टाला जा सकता है लेकिन इसके लिए तत्काल कार्रवाई करते हुए कैंसर के प्रति जागरुकता बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि बोझ कम किया जा सके और व्यवहारिक रणनीति के साथ बचाव, पहचान और उपचार कार्यक्रम विकसित किए जा सके क्योंकि सभी कैंसर में से 30 प्रतिशत से बचा जा सकता है।“
इसके अलावा, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के एसोसिएट कंसल्टेंट डॉ. अशोक कुमार सिंह ने कहा, “उत्तराखंड पिछले कुछ वर्षों में कैंसर की चपेट में आया है। इन रोगियों में से अधिकांश क्रिटिकल स्टेज पर डॉक्टरों से संपर्क करते हैं, जिससे उपचार और इलाज की प्रक्रिया बहुत मुश्किल हो जाती है। कैंसर का जल्द पता लगाने के बारे में जागरूकता फैलाना महत्वपूर्ण है, जिससे सफल उपचार की संभावना बढ़ती है। स्टेज प् और प्प् जैसे शुरुआती चरणों में प्रोग्नोसिस और सर्वाइवल की दर लगभग 80-100ः होती है, जबकि स्टेज प्प्प् और प्ट में प्रोग्नोसिस केवल 30-50ः होता है।” इस अवसर पर बोलते हुए वाइस-प्रेसिडेंट और यूनिट हेड डॉ. संदीप सिंह तंवर ने कहा, “30ः से अधिक कैंसर स्वस्थ जीवनशैली या संक्रमण पैदा करने वाले कैंसर को टीकाकरण से रोका जा सकता है। अगर कैंसर का जल्द पता चल जाए तो कैंसर से होने वाली ज्यादातर मौतों को टाला जा सकता है। शुरुआती चरणों में ज्यादातर कैंसर 90-100ः तक उपचार से ठीक किए जाने की स्थिति में होते हैं। मैक्स अस्पताल कैंसर की वजह से होने वाली मौतों को रोकने के लिए स्थायी प्रयास कर रहा है। हमारा कैंसर विभाग हर साल लगभग 600 नए कैंसर मरीजों की सेवा कर रहा है। ”
मैक्स अस्पताल, देहरादून में एक कैंसर ट्यूमर बोर्ड है, जिसमें मल्टी-डिसिप्लिन क्लीनिक हैं।