विधानसभा परिसर देहरादून में आज पुलवामा आतंकी हमले की पहली बरसी पर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की स्मृति में पौध...
विधानसभा परिसर देहरादून में आज पुलवामा आतंकी हमले की पहली बरसी पर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की स्मृति में पौधारोपण किया गया है। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने देहरादून के शहीद मेजर विभूति, शहीद चित्रेश बिष्ट एवं शहीद मोहनलाल रतूड़ी के परिजनों को सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर विधानसभाध्यक्ष ने पुलवामा शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि भारत अपने बहादुर जवानों की शहादत को कभी नहीं भूलेगा।भारत हमेशा हमारे बहादुरों और उनके परिवारों का आभारी रहेगा जिन्होंने हमारी मातृभूमि की संप्रभुता और अखंडता के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।'
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा आज के ही दिन साल 2019 में 14 फरवरी को पूरा देश दहल गया। सभी सन्न रह गए और लोगों के दिल रो पड़े। उन्होंने कहा कि आज का दिन देशवासी कभी नहीं भूल पाएंगे। कायर आतंकियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों के खिलाफ बड़ी साजिश रची जिसमें हमारे 40 से ज्यादा वीर सपूत शहीद हो गए। श्री अग्रवाल ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद पूरे देश में रोष था, सबी दुश्मनों को करारा सबक सिखाने की मांग कर रहे थे । 26 फरवरी को तड़के भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित आतंकियों के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर भारतीय वायुसेना के 12 मिराज 2000 जेट्स ने ऐसी तबाही मचाई की दुश्मन कांप उठे।
इस अवसर पर 2019 में 16 फरवरी को राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट, 18 फरवरी को पुलवामा में शहीद मेजर विभूति एवं 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ में एएसआइ मोहनलाल रतूड़ी के परिजनों को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सम्मानित किया गया।इस अवसर पर शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के पिता एसएस बिष्ट, शहीद मेजर विभूति की माता सरोजनी देवी एवं उनके चाचा जगदीश जी को सॉल ओड़ाकर एवं फूल माला से सम्मानित किया।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष सहित सभी ने देहरादून के तीनों शहीदों की स्मृति में पौधारोपण किया।
इस अवसर पर विधानसभा के उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, विधानसभा के सचिव जगदीश चंद, उपसचिव मुकेश सिंघल, वरिष्ठ निजी सचिव अजय अग्रवाल, विधानसभा अध्यक्ष के विशेष कार्य अधिकारी ताजेंद्र नेगी सहित विधानसभा के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।