उत्तराखंड में भर्ती में हुई नकल और घोटाले के चलते संदेह के आधार पर सितम्बर 2017 में हुई जेई भर्ती में चयन होने के बाद उत्तराखंड अधिनस्थ सेवा...
उत्तराखंड में भर्ती में हुई नकल और घोटाले के चलते संदेह के आधार पर सितम्बर 2017 में हुई जेई भर्ती में चयन होने के बाद उत्तराखंड अधिनस्थ सेवा चयन आयोग की संस्तुति पर भर्ती निरस्त कर दी गई थी। जिसको लेकर चयनित हुई 250 अभ्यर्थियों को ज्वाइनिंग नहीं मिल पाई है। यूपीसीएल/पिटकुल भर्ती मामले को लेकर अब चयनित अभ्यर्थियों ने सरकार पर सीधा आरोप लगाया है की भर्ती को सिर्फ संदेह के आधार पर कैसे निरस्त किया जा सकता है। मामले को लेकर राज्यआंदोलनकारी और छात्र नेता रविंद्र जुगरान ने चयनित अभ्यर्थियों के साथ आज प्रेसवार्ता की।
रविंद्र जुगरान का कहना है की एक ओर फॉरेस्ट गार्ड भर्ती मामले पर धांधली सामने आई है, जिसमें कई लोगों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है,, लेकिन भर्ती घोटाला उजागर होने के बाद भी फॉरेस्ट गार्ड भर्ती को निरस्त नहीं किया गया वहीं दूसरी ओर यूपीसीएल/पिटकुल जेई भर्ती में अभ्यर्थियों का चयन होने के बाद सिर्फ संदेह के आधार पर भर्ती को निरस्त किया गया जो सीधा-सीधा युवाओं के साथ नाइंसाफी है।