ग्रामीण क्षेत्र में विकास की गाड़ी पटरी पर लाने के लिए जिला पंचायत का अहम योगदान होता है जिला पंचायत के माध्यम से ही ग्रामीण क्षेत्रों में व...
ग्रामीण क्षेत्र में विकास की गाड़ी पटरी पर लाने के लिए जिला पंचायत का अहम योगदान होता है जिला पंचायत के माध्यम से ही ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के कार्य किए जाते हैं इसी को देखते हुए उत्तराखंड के तमाम जिलों के पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष तेलगाना प्रदेश के हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान रिसर्च सेंटर और परीक्षण केंद्र मैं भेजा गया और वहां जिस तरीके से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के कार्य किए जाते हैं इसको इसको इन्होंने बारीकी से जाना हरिद्वार जिला उपाध्यक्ष राव अफाक अली ने उत्तराखंड सरकार से मांग की है तेलगाना की तर्ज पर ही उत्तराखंड के जिला पंचायत में भी विकास के कार्य किए जाए वही हरिद्वार बीजेपी जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा की सदस्यता को लेकर जिलाधिकारी द्वारा नोटिस जारी किए जाने पर राव अफाक ने कहा कि इसमें कानूनी प्रक्रिया चल रही है और कानून अपने हिसाब से इस मामले में फैसला करेगा
--हरिद्वार जिला पंचायत उपाध्यक्ष राव अफाक अली का कहना है कि जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पूरे उत्तराखंड से एक प्रतिनिधि मंडल तेलगाना प्रदेश के हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान रिसर्च सेंटर और परीक्षण केंद्र मैं गया था वहां पर सभी ने उनके अनुभव को साझा किया उत्तराखंड से अलग वहां पर जिला पंचायत अध्यक्षों का एक अलग ही रुतबा है वहां बीपीएल परिवार को 80 रुपए एक ऐसी किट मिलती है जिसे पूरा परिवार अपना गुजारा कर सके वहीं किसानों को भी प्रति हेक्टेयर 10 हजार सालाना दिए जाते हैं साथ ही मनरेगा पूरी तरह से लागू है और गरीबों को पेंशन 3 हजार 16 रुपए दी जाती है और हमारे राज्य में मात्र एक हजार रूपए है हमने राज्य सरकार और आला अधिकारियों से मांग की है तेलगाना की तर्ज पर उत्तराखंड में भी इन कार्यों को लागू किया जाए तेलगाना 6 साल का प्रदेश है और हमारा 20 साल का तेलगाना उत्तराखंड से काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है राज्य सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए
-वही हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर द्वारा माननीय उच्च न्यायालय के आदेश पर बीजेपी से जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा की सदस्यता को लेकर 2 दिन पूर्व नोटिस जारी किया गया है अध्यक्ष सुभाष वर्मा रुड़की निगम क्षेत्र में निवास करते है और जिला पंचायत एक्ट के अनुसार निगम क्षेत्र में रहने वाला कोई भी व्यक्ति जिला पंचायत का चुनाव नही लड़ सकता है इस पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष राव अफाक अली का कहना है कि इस मामले में शासन और माननीय उच्च न्यायालय द्वारा निर्णय लिया जाएगा जिलाधिकारी द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष को नोटिस दिया गया है और उनसे जवाब मांगा गया है जो भी एक्ट के मुताबिक कानून प्रक्रिया होगी उस पर कार्यवाही होगी वही इनका यह भी कहना है कि हरिद्वार जिला पंचायत में इस तरह के कार्य होने से विकास कार्यों में बाधा आती है 5 साल की जिला पंचायत में जिस तरह से विकास के कार्य होने चाहिए थे वह नहीं हो पाए हैं और ट्रिपल इंजन की सरकार धक्के मार मार के सिर्फ इंजन चला रही है
-तेलंगाना से प्रशिक्षण लेकर वापस लौटे जिला पंचायत उपाध्यक्ष हरिद्वार राव आफाक अली ने पिछले 20 सालों से उत्तराखंड में हो रहे विकास कार्यो पर सवालिया निशान खड़े किए है वही 6 साल के तेलंगाना राज्य ने उत्तराखंड के विपरीत विकास कार्यों में नए आयामों को छुआ है अब देखने वाली बात यह होगी कि राज्य सरकार द्वारा जिला पंचायत उपाध्यक्ष हरिद्वार द्वारा दिए गए सुझावों को कितना गंभीरता से लिया जाता है और तेलंगाना की तर्ज पर कितने विकास कार्य उत्तराखंड में कराए जाते हैं