चीन से शुरू हुआ कोरोनावायरस पूरी दुनिया में फैल चुका है। भारत में भी इसका संक्रमण लगातार बढ़ रहा है, जिससे बचने के लिए जरूरी है ,सोशल डिस्टे...
चीन से शुरू हुआ कोरोनावायरस पूरी दुनिया में फैल चुका है। भारत में भी इसका संक्रमण लगातार बढ़ रहा है, जिससे बचने के लिए जरूरी है ,सोशल डिस्टेंसिंग।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामले दुनियाभर में चिंता का विषय बने हुए हैं। इसका इलाज ढूंढने के लिए दुनियाभर के डॉक्टर और वैज्ञानिक रिसर्च में लगे हुए हैं। भारत में भी बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों से सावधानियां बरतने की सामाजिक दूरी बनाने की अपील की जा रही है
14 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। ऑनलाइन माध्यमों से ही शिक्षक छात्रों से सूचना का आदान प्रदान कर रहे हैं।
सोशल डिस्टेंस यानी सामाजिक दूरी।
सोशल डिस्टेंस का सामान्य अर्थ लोगों से दूरी बनाए रखना है। कोरोना से बचने के लिए शुरू से ही भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना चाहिए। सामाजिक आयोजनों में लोगों की भीड़ होती है ,और सबकी स्क्रीनिंग यानी कि जांच कर के प्रवेश देना मुमकिन नहीं होता। भीड़ में यह भी पता नहीं होता कि कौन बस, मेट्रो या ट्रेन से आ रहा है या फिर कहीं पहले से वह कहीं से संक्रमित होकर तो नहीं आ रहा? ऐसे में सोशल डिस्टेंस यानी सामाजिक दूरी बनाए रखना बेहतर विकल्प है।
कोरोना वायरस के सम्पर्क में आने से खुद को बचाना ही इस संक्रमण की रोकथाम का सबसे अच्छा तरीका है। सोशल डिस्टेंसिंग इसका सबसे अच्छा तरीका है। आसान शब्दों में कहें तो खुद को समाज से दूर कर लेना।
कोरोना वायरस से बचने के जरूरी नियमों का पालन करें जैसे अपनी और घर की साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखें, समय-समय पर हाथ धोते रहें, सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें, बाहर का खाना न खाएं, योग और प्राणायाम करते रहें, पर्याप्त मात्रा में आराम करें।
तोहिष भट्ट