आज अभिभावक संघ के कार्यकताओ ने स्कूल प्रबंधक पर सवाल खड़े करते हुए शिक्षा मंत्री से स्कूल प्रबंधक दुवारा राहत कोष में दिए गए पैसे की जांच करन...
आज अभिभावक संघ के कार्यकताओ ने स्कूल प्रबंधक पर सवाल खड़े करते हुए शिक्षा मंत्री से स्कूल प्रबंधक दुवारा राहत कोष में दिए गए पैसे की जांच करने की मांग उठाई उनखा कहना है कि स्कूल प्रबंधक एसोसिएशन के द्वारा सरकार एवं प्रशासन को गुमराह किया जा रहा है हमारे स्टाफ एवं टीचरों को वेतन देने की बड़ी जटिल समस्या हमारे सामने है अभिभावकों से फीस जमा करने का सरकार एवं प्रशासन द्वारा दिशानिर्देश दिया जाए
स्कूल प्रबंधक से पूछे इतनी मनी कहां से आई क्या कोई स्कूल प्रबंधक ने अकाउंट खोलकर उसमें फंड जमा किया गया था जो एक ही दिन में सरकार के राहत कोष में जमा करा दिया वहींंंं उन्होंने आरोप लगाया की
स्कूल प्रबंधक एक तरफ तो वेतन देने के नाम पर रो रहा है कि हमारे पास धन का अभाव है तो सोचने वाली बात है इतना धन कहां से CM राहत में देने को आया है इसकी विस्तृत जांच कराकर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए
साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री से विनम्र विनती है कि आपके द्वारा निर्णय लिया गया निजी स्कूलों के स्वार्थ में संविधान के विरुद्ध है लोक डाउन के अनुरूप नियमों के अनुसार सरकारी एवं प्राइवेट कंपनी के कर्मचारियों को वेतन समय से भुगतान किया जा रहा है किंतु आम जनमानस व्यापार एवं अन्य व्यवसाय के कारण लोक डाउन के नियमों का पालन करते हुए सरकार एवं केंद्र का हृदय से पूर्ण सहयोग कर रहा है किंतु उसकी आय का क्या सोत्र है जो स्कूल की फीस जमा करने में समर्थ होगा कभी इस बारे में गहन अध्ययन एवं चिंता का विषय सुनिश्चित विचार किया जाना अति आवश्यक है