जैसा कि हम सभी जानते हैं, कि कोरोना संकट से सभी को कोरोना वायरस के कहर से बचाने के लिए 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है। आप इस समय पर सरकार क...
जैसा कि हम सभी जानते हैं, कि कोरोना संकट से सभी को कोरोना वायरस के कहर से बचाने के लिए 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है। आप इस समय पर सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलें। घर पर रहकर ऑनलाइन काम कर रहे हैं, घर पर ही व्यायाम कर रहे हैं। परिवार के साथ समय बिता रहे हैं ।मैं मानसिक रूप से बहुत अधिक सकारात्मकता देने के लिए इस समय योग और ध्यान की सलाह देती हूं। जिसे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
योग और प्राणायाम का नियमित अभ्यास शरीर को स्व रक्षास्थ रखने के साथ हमारे प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में काफी मददगार साबित होते हैं। ये खांसी, जुकाम, वायरल बुखार, कमर दर्द, सांस लेने में तकलीफ आदि बीमारियों में लाभकारी होते हैं। योगासन और प्राणायाम करने वाले व्यक्तियों में स्फूर्ति व ऊर्जा का संचार होने के साथ शरीर के नस-नाडिय़ों की शुद्धि होती है। साथ ही रोग से लडऩे की क्षमता मिलती है। जीवन में जिस प्रकार भोजन, पानी और कपड़े की जरूरत है, उसी प्रकार प्राणायाम और योगासन भी जरूरी हैं। ये आसान और प्राणायाम विभिन्न प्रकार की बीमारियों में लाभकारी होने के साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में काफी मदद करते हैं।
कोरोनो के कारण बढ़ी है जागरूकता
कोरोनो के कारण लोगों में प्राणायाम और योगासन को लेकर जागरूकता बढ़ी है। अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए लोग इन चीजों पर ध्यान दे रहे हैं। आसान और प्राणायाम के जरिए हम अपने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बना सकते हैं। आसान और प्राणायाम करने वाले सात्विक आहार ग्रहण करें। लोग अपने घरों में आसान और प्राणायाम को कर सकते हैं।
जरूर करें ये पांच-पांच प्राणायाम व योगासन।
शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने की बात करें तो पांच-पांच प्रकार के प्राणायाम और योगासन प्रमुख हैं। पांच प्रकार के प्राणायाम में भस्त्रिका, कपालभाती, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, उज्जायी शामिल हैं। साथ ही पांच प्रकार के योगासन में मंडूकासन, वक्रासन, ताड़ासन, भुजंगासन, शशांकासन हैं। इनका नियमित अभ्यास करने से शरीर चुस्त-दुरूस्त होने के साथ शरीर स्वस्थ रहता है।
अपने से प्यार करें और अपने पर विश्वास रखें। योगा आपके लिए और आपके परिवार के लिए मददगार साबित होगा और आप यह सभी के साथ साझा करें।
स्वस्थ रहें जागरूक रहें।
डॉ अनुभवा पुंडीर।
निर्देशक एचआरडी एवं वेलफेयर।
सांई ग्रुप आंफ कॉलेज देहरादून।