जहां एक और पूरे देश में कोरोनावायरस के चलते लॉक डाउन किया गया है जिसमें कोई भी कार्य नहीं किया जा सकता है लेकिन सरकारी कार्य का निर्माण अभी...
जहां एक और पूरे देश में कोरोनावायरस के चलते लॉक डाउन किया गया है जिसमें कोई भी कार्य नहीं किया जा सकता है लेकिन सरकारी कार्य का निर्माण अभी भी जारी है
राजधानी देहरादून का कोरोनेशन हॉस्पिटल में सरकारी बिल्डिंग का निर्माण चल रहा है जिसमें लगातार लगभग 100 से अधिक मजदूर कार्य कर रहे हैं जिनमें महिलाएं और बच्चे भी हैं लेकिन ठेकेदार की ओर से उनकी सुरक्षा के लिए कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं मजदूरों का कहना है कि उनको 300 से ₹500 तक मजदूरी मिलती है और उसी में हम खाने का प्रबंध भी खुद ही करते हैं हालांकि मजदूरों ने बताया कि एक बार जरूर सरकार की तरफ से भोजन आया था लेकिन उसके बाद से कोई भोजन यहां नहीं आया और हम लोग स्वयं ही भोजन का प्रबंध कर रहे हैं जब इस बाबत हमने ठेकेदार से बात करनी चाहिए तो ठेकेदार ने कैमरे के सामने आने से साफ इनकार कर दिया ठेकेदार का कहना था कि हमने सभी को मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध करा रखे हैं लेकिन जब हमने इसकी जांच पड़ताल की तो आधे से ज्यादा मजदूर ऐसे थे जिनके पास मास्क या हैंड ग्लव्स तक नहीं थे कहीं ना कहीं एक बड़ा सवाल खड़ा होता है कि इस को रोना की महामारी से बचने के लिए जिस तरीके से लगातार प्रधानमंत्री मोदी अपील कर रहे हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान किया जाए लेकिन राजधानी देहरादून में हालात कुछ और है