दिनांक 21 जून 2020 को सूर्य ग्रहण है ये ग्रहण भारत में दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण लगने से 9 घण्टे पहले ग्रहण का सूतक प्रारंभ हो जाता है ग्रह...
दिनांक 21 जून 2020 को सूर्य ग्रहण है ये ग्रहण भारत में दिखाई देगा।
सूर्य ग्रहण लगने से 9 घण्टे पहले ग्रहण का सूतक प्रारंभ हो जाता है
ग्रहण का सूतक रात्रि 12:30 मिनट से प्रारंभ होगा
ग्रहण सुबह 09 बजकर 1 6 मिनट पर प्रारंभ होगा
ग्रहण दिन में दिन में 03 बजे पर समाप्त होगा
सूर्य ग्रहण लगने से 9 घण्टे पहले ग्रहण का सूतक प्रारंभ हो जाता है
ग्रहण का सूतक रात्रि 12:30 मिनट से प्रारंभ होगा
ग्रहण सुबह 09 बजकर 1 6 मिनट पर प्रारंभ होगा
ग्रहण दिन में दिन में 03 बजे पर समाप्त होगा
यह ग्रहण मिथुन राशि पर असर करेगा
सूर्य ग्रहण में क्या ना करें–
जब ग्रहण का सूतक प्रारंभ होता है तब से लेकर ग्रहण समाप्ति तक
1-मन्दिर के कपाट बन्द कर देने चाहिए
देवताओं का पूजन नही करना चाहिए
2-तुलसी के पत्ते शमी के पत्ते पुष्प आदि नही तोड़ने चाहिए ग्रहण के दिन किसी भी प्रकार के लकड़ी पत्ते फूल आदि नही तोड़ने चाहिए....
3-ग्रहण काल में घर से बहार ना निकले और ग्रहण दर्शन तो बिल्कुल भी ना करें। इस दिन शुभ या नया कार्य नहीं करना चाहिए।
4- ग्रहण काल में भोजन पकाना या भोजन नहीं खाना चाहिए।
5- सूर्य ग्रहण में तीन प्रहर पूर्व भोजन नहीं करना चाहिए (1 प्रहर = 3 घंटे)। बूढ़े, बालक और रोगी एक प्रहर पूर्व खा सकते हैं।
6- मान्यताओ के अनुसार गर्भवती महिला हो कुछ सब्जी काटना, कपडे सिलना नहीं चाहिए, इससे होने वाले बच्चे के शारीरक दोष होने के संभावना होती हैं।
7-ग्रहण के समय तेल लगाना, जल पीना, केश बनाना, संभोग करना, मंजन करना, वस्त्र नीचोड़ना, ताला खोलना आदि वर्जित हैं।
8- ग्रहण के दौरान सोने नहीं चाहिए ऐसे करने से व्यक्ति रोगी होता है। मालिश या उबटन लगाने से कुष्ठ रोग और स्त्री प्रसंग से अगले जन्म में सूअर की योनि मिलती है....
सूर्य ग्रहण में क्या करें-
1. ग्रहण समाप्त हो जाने पर स्नान करके उचित व्यक्ति को दान करने का विधान है।
2. ग्रहण के समय
सूर्य गायत्री
ऊँ आदित्याय विद्महे प्रभाकराय धीमहि| तन्नो सूर्य: प्रचोदयात् |
आदित्यह्रदय स्तोत्र
गायत्री मन्त्र
गुरुमंत्र
इष्टमंत्र
भगवन्नाम जप
अवश्य करना चाहिए.....
3. ग्रहण के बाद पुराना पानी और अन्न फेक देना चाहिए। नया भोजन पकाकर खाये और ताजा पानी भरकर पिए।
4. सूर्य ग्रहण पूरा होने पर सूर्य का शुद्ध स्वरूप देखकर ही भोजन करना चाहिए।
5. ग्रहण के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरत मंदों को वस्त्र दान देने से अनेक गुना पुण्य प्राप्त होता है।..........
सूर्य ग्रहण में क्या ना करें–
जब ग्रहण का सूतक प्रारंभ होता है तब से लेकर ग्रहण समाप्ति तक
1-मन्दिर के कपाट बन्द कर देने चाहिए
देवताओं का पूजन नही करना चाहिए
2-तुलसी के पत्ते शमी के पत्ते पुष्प आदि नही तोड़ने चाहिए ग्रहण के दिन किसी भी प्रकार के लकड़ी पत्ते फूल आदि नही तोड़ने चाहिए....
3-ग्रहण काल में घर से बहार ना निकले और ग्रहण दर्शन तो बिल्कुल भी ना करें। इस दिन शुभ या नया कार्य नहीं करना चाहिए।
4- ग्रहण काल में भोजन पकाना या भोजन नहीं खाना चाहिए।
5- सूर्य ग्रहण में तीन प्रहर पूर्व भोजन नहीं करना चाहिए (1 प्रहर = 3 घंटे)। बूढ़े, बालक और रोगी एक प्रहर पूर्व खा सकते हैं।
6- मान्यताओ के अनुसार गर्भवती महिला हो कुछ सब्जी काटना, कपडे सिलना नहीं चाहिए, इससे होने वाले बच्चे के शारीरक दोष होने के संभावना होती हैं।
7-ग्रहण के समय तेल लगाना, जल पीना, केश बनाना, संभोग करना, मंजन करना, वस्त्र नीचोड़ना, ताला खोलना आदि वर्जित हैं।
8- ग्रहण के दौरान सोने नहीं चाहिए ऐसे करने से व्यक्ति रोगी होता है। मालिश या उबटन लगाने से कुष्ठ रोग और स्त्री प्रसंग से अगले जन्म में सूअर की योनि मिलती है....
सूर्य ग्रहण में क्या करें-
1. ग्रहण समाप्त हो जाने पर स्नान करके उचित व्यक्ति को दान करने का विधान है।
2. ग्रहण के समय
सूर्य गायत्री
ऊँ आदित्याय विद्महे प्रभाकराय धीमहि| तन्नो सूर्य: प्रचोदयात् |
आदित्यह्रदय स्तोत्र
गायत्री मन्त्र
गुरुमंत्र
इष्टमंत्र
भगवन्नाम जप
अवश्य करना चाहिए.....
3. ग्रहण के बाद पुराना पानी और अन्न फेक देना चाहिए। नया भोजन पकाकर खाये और ताजा पानी भरकर पिए।
4. सूर्य ग्रहण पूरा होने पर सूर्य का शुद्ध स्वरूप देखकर ही भोजन करना चाहिए।
5. ग्रहण के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरत मंदों को वस्त्र दान देने से अनेक गुना पुण्य प्राप्त होता है।..........