उत्तराखंड सरकार अनाथ बच्चो को प्रोत्साहन हेतु कुछ राशि प्रदान करती है जो उनके बालिग होने तक उनको दी जा सके जिससे उनकी कुछ मदद पढ़ाई या अन्य च...
उत्तराखंड सरकार अनाथ बच्चो को प्रोत्साहन हेतु कुछ राशि प्रदान करती है जो उनके बालिग होने तक उनको दी जा सके जिससे उनकी कुछ मदद पढ़ाई या अन्य चीजों में हो सके जिसके लिए हर जिले में इस योजना के अन्तर्गत कम से कम 40 बच्चो को ये सुविधा दी जानी जरूरी है
पर आपको ये जानकर हैरानी होगी कि उत्तराखंड के तेरह जिलो में एक जिला ऐसा भी है जहां एक भी बच्चे को ये धनराशि नही दी जा रही है जी हां ये बात खुद बाल विकास मंत्री ने कबूल की औऱ अधिकारियों को जल्द इसको पूरा करने के आदेश दिये।
-उत्तराखंड सरकार प्रदेश में अनाथ बच्चो के लिए एक योजना चलाती है जिसमे उन सभी अनाथ बच्चो को प्रोत्साहित करने के लिए दो हजार की राशि हर माह दी जाती है जिससे उनकी कुछ मदद हो सके जो उनको बालिग होने तक दी जाती है।इसके लिए कम से कम एक जिले में 40 बच्चो तक इस राशि को देना लक्ष्य है पर हैरानी की बात ये है कि उत्तरकाशी जिले में ये योजना एक भी बच्चे तक नही पहुँची है जो खुद बाल विकास मंत्री ने कैमरे पर कबूल की है। बाल विकास औऱ महिला शशक्तिकरण मंत्री रेखा आर्य ने जब अपने विभाग के कामो की समीक्षा की तो ये बात सामने आई कि उत्तरकाशी जिले में अनाथो को दी जाने वाली प्रोत्साहन निधि से किसी भी अनाथ को एक पैसा नही बांटा गया जिस पर बाल विकास औऱ महिला शशक्तिकरण मंत्री रेखा आर्य काफी नाराज हैं और जल्द ही जिले के प्रोविजन अधिकारी को निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के आदेश दिये गये है।
उन्होंने कहा कि जब इसकी समीक्षा की गयी तो सामने आया कि उत्तरकाशी जिले में ये योजना वहां के अधिकारियों ने कुछ भी इस दिशा में कार्य नही किया और वहां ये योजना शून्य है।
जल्द लक्ष्य को पूरा न करने पर सम्बन्धित अधिकारियों पर कार्यवाही की जाएगी।इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड में अधिकारियों की अपने काम के प्रति कितनी जवाबदेही है और वो जनता के प्रति कितने सजग है